कोविसेल्फ

  • 25 May 2021

19 मई, 2021 को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोविड-19 के लिए देश के पहले घरेलू, स्व-परीक्षण (Self-testing) किट ‘कोविसेल्फ’ (CoviSelf) को अपनी मंजूरी दे दी है।

महत्वपूर्ण तथ्य: ‘कोविसेल्फ’ (CoviSelf) को पुणे स्थित एक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी ‘मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस’ (MyLab Discovery Solutions) द्वारा विकसित किया गया है।

  • कोई भी व्यक्ति खुद ही अपनी नाक से नमूनों को एकत्र कर सकता है। इसमें ‘रैपिड एंटीजन टेस्ट’ का उपयोग किया जाता है और यह 15-20 मिनट के भीतर परिणाम देता है। इस किट की कीमत 250 रुपये है।
  • यदि परीक्षण कार्ड पर दो रेखाएं ‘परीक्षण रेखा’ के लिए मार्कर 'टी' और’गुणवत्ता नियंत्रण रेखा’ के लिए मार्कर 'सी' दिखाई देती है, तो व्यक्ति पॉजिटिव है; यदि मार्कर 'सी' पर ही एक लाइन दिखाई देती है और मार्कर 'टी' पर नहीं तो व्यक्ति नेगेटिव है; यदि परिणाम प्रदर्शित होने में 20 मिनट से अधिक समय लगता है, या यदि मार्कर 'सी' पर कोई रेखा नहीं दिखाई देती है, तो परीक्षण अमान्य है।
  • उपयोग में आसान यह परीक्षण, मायलैब के ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सक्षम मोबाइल ऐप’ के साथ जुड़ा होता है। उपयोगकर्ताओं का परीक्षण-परिणाम ‘पॉजिटिव’ आने पर इसे सीधे ICMR को भेजा जा सकता है, जहाँ से उन्हें आगे की जाने वाली कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश प्राप्त होंगे।
  • आरटी-पीसीआर परीक्षण, जिसे कोविड -19 परीक्षण के लिए स्वर्ण मानक माना जाता है, को परिणाम देने में 3-4 दिन लगते हैं, जिससे अस्पताल में भर्ती होने और उपचार में देरी होती है। स्व-परीक्षण किट संभावित रूप से भारत में कोविड -19 प्रबंधन में उपयोगी साबित सकती है।