बैड बैंक

  • 29 Sep 2021

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 17 सितंबर, 2021 को नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (NARCL) के लिए 30,600 करोड़ रुपये की सरकारी गारंटी को मंजूरी दी, जिससे बैड बैंक (bad bank) के संचालन का मार्ग प्रशस्त हुआ।

महत्वपूर्ण तथ्य: बैड बैंक के गठन के पीछे प्रमुख विचारों में से एक बैंकों की बैलेंस शीट पर दबाव कम करना है।

  • एक बैड बैंक एक कॉर्पोरेट संरचना है, जो बैंकों की जोखिम भरी परिसंपत्तियों (खराब ऋण आदि) को अलग करती है।
  • यह एक बैंक से गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) खरीदने के लिए स्थापित किया गया है, जिसकी कीमत बैड बैंक द्वारा ही निर्धारित की जाती है।
  • बैड बैंक या NARCL ऋण के लिए सहमत मूल्य का 15% नकद में भुगतान करेगा और शेष 85% सरकार द्वारा गारंटीकृत सुरक्षा प्राप्तियां (security receipts) होगी।
  • यदि बैड बैंक खराब ऋणों (bad loans) को बेचने में असमर्थ है, या उसे घाटे में बेचना है, तो सरकारी गारंटी लागू की जाएगी।
  • NARCL को हस्तांतरण के लिए बैंक बही से निकाले जा रहे खराब ऋणों का मूल्य लगभग 2 लाख करोड़ रुपये है। पहले चरण में करीब 90,000 करोड़ रुपये के खराब ऋण ट्रांसफर किए जायेंगे। 30,600 करोड़ रुपये की गारंटी 2 लाख करोड़ रुपये के पूरे पूल को कवर करेगी।