13 प्रमुख नदियों के कायाकल्प पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट

  • 28 Mar 2022

14 मार्च, 2022 को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संयुक्त रूप से वानिकी पहलों के माध्यम से ‘13 प्रमुख नदियों के कायाकल्प पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट ‘(डीपीआर) जारी की।

(Image Source: https://pib.gov.in/)

महत्वपूर्ण तथ्य: 13 नदियों झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास, सतलुज, यमुना, ब्रह्मपुत्र, लूनी, नर्मदा, गोदावरी, महानदी, कृष्णा और कावेरी के लिए डीपीआर जारी किए गए हैं।

  • डीपीआर भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई), देहरादून द्वारा तैयार किया गया है।
  • डीपीआर रिवर फ्रंट, इको-पार्क विकसित कर और जनता के बीच जागरूकता लाकर संरक्षण, वनीकरण, जलग्रहण उपचार, पारिस्थितिक बहाली, नमी संरक्षण, आजीविका में सुधार, आय सृजन, पारिस्थितिक पर्यटन पर केंद्रित है। अनुसंधान और निगरानी को भी एक घटक के रूप में शामिल किया गया है।
  • 13 डीपीआर का प्रस्तावित बजट 19,342.62 करोड़ रुपए है।

वानिकी पहलों से लाभ: वानिकी पहलों से 13 नदियों के परिदृश्य में वन क्षेत्र में 7417.36 वर्ग किमी की बढ़ोतरी होने की संभावना है।

  • प्रस्तावित पहलों से 10 साल पुराने वृक्षारोपण से 50.21 मिलियन टन कार्बन डाइ-ऑक्साइड और 20 साल पुराने वृक्षारोपण से 74.76 मिलियन टन कार्बन डाइ-ऑक्साइड कम करने में मदद मिलेगी।।
  • वे भूजल पुनर्भरण में मदद करेंगे, तलछट के जमा होने में कमी करेंगे और साथ ही 344 मिलियन मानव-दिवस का रोजगार सृजित करेंगे।

अन्य तथ्य: 13 नदियां सामूहिक रूप से 18,90,110 वर्ग किमी के कुल बेसिन क्षेत्र को आच्छादित करती हैं, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 57.45% हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।

  • परियोजना के अंतर्गत 202 सहायक नदियों सहित 13 नदियों की लंबाई 42,830 किमी है।