बैड लोन में गिरावट से होगा बैंकों की लाभप्रदता में सुधार

  • 18 Apr 2022

मूडीज इन्वेस्टर सर्विस की 11 अप्रैल, 2022 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, प्री-प्रोविजन आय में वृद्धि और बैड लोन (Bad Loans) में गिरावट से चालू वित्त वर्ष में बैंकों की लाभप्रदता में सुधार होगा।

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  • महत्वपूर्ण तथ्य: बेहतर लाभप्रदता 'ऋण वृद्धि में तेजी' के कारण पूंजी खपत में वृद्धि की भरपाई करेगी, जिससे पूरी प्रणाली में बैंकों को मौजूदा स्तरों पर पूंजी बनाए रखने में मदद मिलेगी।
  • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी अनुपात में पिछले एक साल के दौरान सुधार हुआ है, जिसे सरकार की ओर से पूंजी निवेश से मदद मिली है।
  • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वित्तीय स्वास्थ्य में और सुधार से उन्हें बाजार से इक्विटी पूंजी जुटाने में मदद मिलती रहेगी।
  • घरेलू ब्याज दरों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी से शुद्ध ब्याज मार्जिन को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि बैंक कर्जदारों को ऊंची दरें देने में सक्षम होंगे।
  • पुराने फंसे ऋण को बट्टे खाते में डालने या वसूली की वजह से गैर-निष्पादित ऋण (Non-Performing Loan: NPL) के अनुपात में गिरावट आएगी, जबकि अर्थव्यवस्था में सुधार की वजह से नए NPL का गठन स्थिर रहेगा।
  • अगले 12 से 18 महीने में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार जारी रहने का अनुमान है और मार्च 2022 को समाप्त होने वाले साल में इसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 9.3% की वृद्धि और उसके बाद वाले साल में 8.4% की वृद्धि देखी जा रही है।