2026 में GDP निर्धारण का आधार वर्ष 2022-23 निर्धारित
- 20 Jun 2025
18 जून 2025 को , सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने घोषणा की कि GDP गणना के लिए आधार वर्ष को 2026 के लिए 2011-12 से बदलकर 2022-23 किया जायेगा।
मुख्य तथ्य:
- नई आधार वर्ष श्रृंखला: GDP के साथ-साथ इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) का आधार वर्ष भी 2022-23 और कंज़्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) का आधार वर्ष 2023-24 किया जाएगा; नई GDP श्रृंखला 27 फरवरी 2026 को जारी होगी।
- आर्थिक संरचना में बदलाव: यह बदलाव भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि से सेवा और डिजिटल क्षेत्रों की ओर हुए संरचनात्मक बदलावों को सही तरीके से प्रतिबिंबित करेगा; सेवा क्षेत्र का योगदान अब GDP में 55% से अधिक है।
- डेटा और पद्धति में सुधार: GDP गणना में अब नए डेटा स्रोत (जैसे PLFS, MCA-21) और बेहतर सांख्यिकीय पद्धतियों का उपयोग किया जाएगा, जिससे डिजिटल इकोनॉमी, फिनटेक, गिग इकोनॉमी आदि का समावेश संभव होगा।
- वैश्विक मानकों के अनुरूप: आधार वर्ष अपडेट करने से भारत के GDP आंकड़े IMF, UN जैसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे, जिससे वैश्विक निवेशकों और रेटिंग एजेंसियों का भरोसा बढ़ेगा।
- पिछली देरी और विवाद: 2017-18 में आधार वर्ष बदलने की योजना थी, लेकिन नोटबंदी, GST, डेटा गुणवत्ता और कोविड-19 के कारण यह संभव नहीं हो सका; पिछली 2015 की संशोधन प्रक्रिया पर डेटा की विश्वसनीयता को लेकर विवाद हुआ था।
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