सिकल सेल की दवा विकसित करने हेतु बिरसा मुंडा पुरस्कार की घोषणा
- 20 Jun 2025
19 जून 2025 को सरकार ने सिकल सेल रोग की दवा के विकास के लिए ₹10 करोड़ का 'भगवान बिरसा मुंडा पुरस्कार' की घोषित की, जो मुख्यतः भारत की जनजातीय आबादी को प्रभावित करता है।
मुख्य तथ्य:
- पुरस्कार घोषणा: विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने नई दिल्ली में यह पुरस्कार घोषित किया; चयनित दवा विकास प्रस्ताव को ₹10 करोड़ तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
- मिशन का लक्ष्य: 1 जुलाई 2023 को 'राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन' शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य 2047 तक इस रोग का उन्मूलन करना और 40 वर्ष तक की आयु के 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग करना है।
- वर्तमान स्थिति: फिलहाल सिकल सेल रोग के प्रबंधन के लिए केवल एक दवा उपलब्ध है; रोग की गंभीरता और विशेष परिस्थितियों (जैसे गर्भावस्था) में विकल्पों की कमी है, जिससे नई दवा की आवश्यकता है।
- प्रतियोगिता और संस्थान: जनजातीय कार्य मंत्रालय और AIIMS-Delhi मिलकर दवा विकास के लिए प्रतियोगिता आयोजित करेंगे; AIIMS-Delhi में 'आदिवासी स्वास्थ्य एवं अनुसंधान संस्थान' की स्थापना भी की जाएगी, जिसमें आउटपेशेंट और इनपेशेंट सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
- अन्य पहल: जनजातीय स्वास्थ्य पर पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रम तैयार किया जाएगा, जिससे जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की विषमता दूर करने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सकों की नई पीढ़ी तैयार हो सकेगी।
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