तकनीकी वस्त्र हेतु एक समर्पित निर्यात संवर्धन परिषद

  • 07 Dec 2020

दिसंबर 2020 में वस्त्र मंत्रालय ने तकनीकी वस्त्र के लिए एक समर्पित निर्यात संवर्धन परिषद के गठन हेतु प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य: तकनीकी वस्त्र के लिए निर्यात संवर्धन परिषद का गठन, ‘राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन’ का हिस्सा है।

  • फरवरी 2020 में तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में भारत को वैश्विक रूप से अग्रणी स्थान दिलाने के लक्ष्य के साथ 1,480 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय के साथ एक राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन स्थापित करने की मंजूरी दी गई थी।
  • मिशन की वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2023-24 तक चार वर्ष की कार्यान्वयन अवधि होगी।

तकनीकी वस्त्र: तकनीकी वस्त्र वे वस्त्र सामग्री और उत्पाद हैं, जो खूबसूरती संबंधी विशेषताओं के बजाए मुख्य रूप से तकनीकी प्रदर्शन और कार्यात्मक गुणों के लिए बनाए जाते हैं।

  • तकनीकी वस्त्र उत्पादों को उनके इस्तेमाल के क्षेत्रों के आधार पर 12 व्यापक श्रेणियों एग्रोटेक, बिल्डटेक, क्लोथटेक, जियोटेक, होमटेक, इंडटेक, मोबिलटेक, मेडटेक, प्रोटेक, स्पोर्ट्सटेक, ओईटेक (पर्यावरण संरक्षण अनुप्रयोगों के लिए उत्पादित वस्त्र उत्पाद), पैकटेक में बांटा गया है।
  • तकनीकी वस्त्र, कृषि, सड़क, रेल पटरियों, स्पोर्ट्सवियर, स्वास्थ्य से लेकर बुलेट प्रूफ जैकेट, फायर प्रूफ जैकेट और स्पेस एप्लिकेशन जैसी कई चीजों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
  • भारत की 250 बिलियन डॉलर के विश्व बाजार में लगभग 6% हिस्सेदारी है। उन्नत देशों में 30-70% के मुकाबले भारत में तकनीकी वस्त्रों का प्रवेश स्तर 5-10% है जो कम है।