'काकोरी ट्रेन षड्यंत्र' का नाम बदलकर 'काकोरी ट्रेन कार्यवाही' किया गया

  • 16 Aug 2021

9 अगस्त, 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 'काकोरी ट्रेन षड्यंत्र' का नाम बदलकर 'काकोरी ट्रेन कार्यवाही' कर दिया गया है क्योंकि ‘षड्यंत्र’' शब्द भारत के स्वतंत्रता संग्राम के तहत इस घटना के अपमान की भावना को दर्शाता है।

  • इस निर्णय के पश्चात किसी भी आधिकारिक दस्तावेज में इस घटना को संदर्भित करने के लिये ‘काकोरी ट्रेन षड्यंत्र’ के बजाय ‘काकोरी ट्रेन कार्यवाही’ शब्द का प्रयोग किया जाएगा।
  • काकोरी ट्रेन कार्यवाही या काकोरी षड्यंत्र एक ट्रेन डकैती थी, जो 9 अगस्त, 1925 को ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लखनऊ के पास काकोरी में हुई थी। इस डकैती की योजना ‘हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ द्वारा की गयी थी।
  • स्वतंत्रता प्राप्त करने के उद्देश्य से भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ‘हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ संगठन की स्थापना की गई थी।
  • 19 दिसंबर, 1927 को स्वतंत्रता सेनानियों राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान और रोशन सिंह को लूट में शामिल होने के आरोप में फांसी दे दी गयी थी।