नव भारत साक्षरता कार्यक्रम

  • 25 Feb 2022

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2022 से 2027 की अवधि के लिए प्रौढ़ शिक्षा की एक नई योजना ‘नव भारत साक्षरता कार्यक्रम’ (New India Literacy Programme) को मंजूरी दी गई है।

(Image Source: https://twitter.com/EduMinOfIndia)

महत्वपूर्ण तथ्य: इस योजना में प्रौढ़ शिक्षा के सभी पहलू शामिल होंगे और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और 2021-22 के बजट घोषणाओं के अनुरूप होगी।

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रौढ़ शिक्षा और आजीवन सीखने की सिफारिश की गई है।
  • इस योजना का उद्देश्य न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान करना है, बल्कि 21वीं सदी के नागरिक के लिए आवश्यक अन्य घटकों को भी शामिल करना है- जैसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल, रोजगार प्राप्त करने की दृष्टि से व्यावसायिक कौशल विकास, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा आदि।
  • मंत्रालय ने देश में ‘प्रौढ़ शिक्षा’ (Adult Education) का नाम बदलकर अब 'सभी के लिए शिक्षा' (Education for All) करने का निर्णय लिया है।

योजना की मुख्य विशेषताएं: 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के सभी गैर-साक्षर लोगों को महत्वपूर्ण जीवन कौशल के माध्यम से मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता प्रदान की जाएगी।

  • योजना को ऑनलाइन मोड के माध्यम से स्वयंसेवा के माध्यम से लागू किया जाएगा।
  • नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का अनुमानित कुल परिव्यय 1037.90 करोड़ रुपये है।
  • राज्य/केंद्र-शासित प्रदेश और जिला स्तर के लिए ‘परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स’ (Performance Grading index) वार्षिक आधार पर योजना और उपलब्धियों को लागू करने के लिए राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रदर्शन को दिखाएगा।
  • 15-35 आयु वर्ग को पहले पूर्ण रुप से साक्षर किया जाएगा और उसके बाद 35 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को साक्षर किया जाएगा।