सामयिक

पुरस्कार/सम्मान:

जीवन रक्षा पदक

25 जनवरी, 2022 को भारत के राष्ट्रपति ने 51 व्यक्तियों को जीवन रक्षा पदक शृंखला पुरस्कार - 2021 प्रदान करने की मंजूरी दी है।

  • इनमें 6 को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, 16 को उत्तम जीवन रक्षा पदक और 29 व्यक्तियों को जीवन रक्षा पदक शामिल हैं। पांच को मरणोपरांत पदक प्रदान किया गया है।
  • जीवन रक्षा पदक शृंखला के पुरस्कार किसी व्यक्ति के जीवन को बचाने को लेकर मानव स्वभाव के सराहनीय कार्य के लिए दिए जाते हैं।
  • यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। इनके नाम हैं-सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक।
  • जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं।
  • यह पुरस्कार (पदक, केंद्रीय गृह मंत्री के हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र और एकमुश्त मौद्रिक भत्ता) संबंधित केंद्रीय मंत्रालय/ संगठन/ राज्य सरकार, जिससे पुरस्कार प्राप्त करने वाला व्यक्ति संबंधित है, उसके द्वारा प्रदान किया जाता है।

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021

15 जनवरी, 2022 को ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021’ के परिणाम घोषित किए गए।

  • 1 इनक्यूबेटर और 1 एक्सेलेरेटर के साथ कुल 46 स्टार्टअप को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021 के विजेता घोषित किया गया।
  • पुरस्कारों के दूसरे संस्करण में 15 क्षेत्रों और 49 उप-क्षेत्रों में आवेदन आमंत्रित किए गए। इन क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन, पेयजल, शिक्षा और कौशल विकास, ऊर्जा, उद्यम प्रौद्योगिकी, पर्यावरण आदि शामिल थे।
  • समाज की भलाई में योगदान देने वाले असाधारण स्टार्टअप्स को सम्मानित करने के लिए छ: विशेष श्रेणियां भी शुरू की गईं।
  • पुरस्कारों के 2021 संस्करण ने स्वदेशी भाषाओं को बढ़ावा देने और कोविड-19 महामारी से निपटने के राष्ट्रीय प्रयासों में पूरक बनने के लिए असाधारण स्टार्टअप्स को भी सम्मानित किया।
  • सभी आवेदकों का मूल्यांकन छ: व्यापक मानकों अर्थात् नवाचार, मापनीयता, आर्थिक प्रभाव, सामाजिक प्रभाव, पर्यावरणीय प्रभाव, और समावेशिता और विविधता के आधार पर किया गया था।

राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021

15 जनवरी, 2022 को ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021’ के परिणाम घोषित किए गए।

  • 1 इनक्यूबेटर और 1 एक्सेलेरेटर के साथ कुल 46 स्टार्टअप को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021 के विजेता घोषित किया गया।
  • पुरस्कारों के दूसरे संस्करण में 15 क्षेत्रों और 49 उप-क्षेत्रों में आवेदन आमंत्रित किए गए। इन क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन, पेयजल, शिक्षा और कौशल विकास, ऊर्जा, उद्यम प्रौद्योगिकी, पर्यावरण आदि शामिल थे।
  • समाज की भलाई में योगदान देने वाले असाधारण स्टार्टअप्स को सम्मानित करने के लिए छ: विशेष श्रेणियां भी शुरू की गईं।
  • पुरस्कारों के 2021 संस्करण ने स्वदेशी भाषाओं को बढ़ावा देने और कोविड-19 महामारी से निपटने के राष्ट्रीय प्रयासों में पूरक बनने के लिए असाधारण स्टार्टअप्स को भी सम्मानित किया।
  • सभी आवेदकों का मूल्यांकन छ: व्यापक मानकों अर्थात् नवाचार, मापनीयता, आर्थिक प्रभाव, सामाजिक प्रभाव, पर्यावरणीय प्रभाव, और समावेशिता और विविधता के आधार पर किया गया था।

गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कार

राष्ट्रपति ने 73वें गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य को 384 वीरता और अन्य रक्षा अलंकरण पुरस्कारों की स्वीकृति दी है।

(Image Source: https://www.dnaindia.com/)

  • राजपूताना राइफल्स की चौथी बटालियन के टोक्यो 2020 के स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से सम्मानित किया जाएगा, जो आमतौर पर विशिष्ट सेवा के लिए थ्री-स्टार अधिकारियों को दिया जाता है।
  • छ: सैन्य कर्मियों, जिनमें से पांच को, मरणोपरांत शौर्य चक्र के लिए चुना गया है, जो तीसरा सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है।
  • मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित पांच कर्मियों में 17 मद्रास रेजीमेंट के नायब सूबेदार एम. श्रीजीत और सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी; राजपूत रेजीमेंट के हवलदार अनिल कुमार तोमर; कोर ऑफ इंजीनियर्स के हवलदार काशीराय बम्मनल्ली; जाट रेजीमेंट के हवलदार पिंकू कुमार हैं।
  • छठे शौर्य चक्र से सम्मानित 5 असम राइफल्स के राइफलमैन राकेश शर्मा हैं।
  • सभी छ: कर्मियों को आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनकी भूमिका के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है, जिनमें से सभी शहीद हुए पांच कर्मियों को जम्मू और कश्मीर में और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ऑपरेशन के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
  • इसके अलावा, राष्ट्रपति ने तटरक्षक कर्मियों को एक राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (विशिष्ट सेवा), तीन तटरक्षक पदक (वीरता) और एक तटरक्षक पदक (मेधावी सेवा) से सम्मानित किया है।
  • 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जम्मू और कश्मीर पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक, बाबू राम को श्रीनगर में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान "वीरता और अनुकरणीय साहस के प्रदर्शन" के लिए मरणोपरांत देश के सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया।

79वें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स

10 जनवरी, 2022 को 79वें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स की घोषणा की गई है। ये पुरस्कार 'हॉलीवुड फॉरेन प्रेस एसोसिएशन' द्वारा प्रदान किए जाते हैं।

  • सर्वश्रेष्ठ मोशन पिक्चर (ड्रामा): द पावर ऑफ द डॉग
  • सर्वश्रेष्ठ टेलीविजन सीरीज (ड्रामा): सक्सेसन
  • सर्वश्रेष्ठ टेलीविजन सीरीज (म्यूजिकल या कॉमेडी): हैक्स
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म (म्यूजिकल या कॉमेडी): वेस्ट साइड स्टोरी
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (मोशन पिक्चर): जेन कैंपियन (द पावर ऑफ द डॉग)
  • मोशन पिक्चर (ड्रामा) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: निकोल किडमैन (बीइंग द रिकार्डो)
  • मोशन पिक्चर (म्यूजिकल या कॉमेडी) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: राशेल जेग्लर (वेस्ट साइड स्टोरी)
  • टेलीविजन सीरीज (ड्रामा) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री: माइकेला जे रोड्रिगेज (पोज)
  • टेलीविजन सीरीज में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (म्यूजिकल या कॉमेडी): जीन स्मार्ट (हैक्स)
  • मोशन पिक्चर (नाटक) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: विल स्मिथ (किंग रिचर्ड)
  • मोशन पिक्चर (म्यूजिकल या कॉमेडी) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: एंड्रयू गारफील्ड (टिक, टिक ... बूम)
  • टेलीविजन सीरीज (ड्रामा) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: जेरेमी स्ट्रॉन्ग (सक्सेसन)
  • सर्वश्रेष्ठ टेलीविजन अभिनेता (म्यूजिकल या कॉमेडी): जेसन सुदेकिस (टेड लासो)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री (टेलीविजन): सारा स्नूक (सक्सेसन)
  • सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (टेलीविजन): ओ येओंग-सु (स्क्विड गेम)
  • मोशन पिक्चर में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री: एरियाना देबोस (वेस्ट साइड स्टोरी)
  • मोशन पिक्चर में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता: कोडी स्मिट-मैकफी (द पावर ऑफ द डॉग)
  • सर्वश्रेष्ठ पटकथा (मोशन पिक्चर): केनेथ ब्रानघ (बेलफास्ट)
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म (गैर-अंग्रेजी भाषा): ड्राइव माई कार (जापानी फिल्म)
  • सर्वश्रेष्ठ मोशन पिक्चर (एनिमेटेड): एनकांटो (Encanto)

पद्म पुरस्कार 2022

25 जनवरी, 2022 को पद्म पुरस्कार 2022 की घोषणा की गई।

(Image Source: https://twitter.com/PadmaAward)

  • इस वर्ष राष्ट्रपति ने 128 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी है, जिसमें 2 जोड़ी पुरस्कार (किसी जोड़ी को दिए पुरस्कार की गणना एक पुरस्कार के रूप में की जाती है) भी शामिल हैं।
  • इस सूची में 4 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
  • पद्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 34 महिलाएं हैं और इस सूची में 10 व्यक्ति विदेशी/एनआरआई/ पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के अंतर्गत हैं और 13 व्यक्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया है।

1) पद्म विभूषण

  • जन सेवा: कल्याण सिंह (मरणोपरांत) (उत्तर प्रदेश)
  • कला: प्रभा अत्रे* (महाराष्ट्र)
  • साहित्य और शिक्षा: राधेश्याम खेमका (मरणोपरांत) (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवा: जनरल बिपिन रावत (मरणोपरांत) (उत्तराखंड)

2) पद्म भूषण

  • जन सेवा: गुलाम नबी आजाद (जम्मू और कश्मीर) और बुद्धदेव भट्टाचार्य (पश्चिम बंगाल)
  • कला: विक्टर बनर्जी (पश्चिम बंगाल), गुरमीत बावा* (मरणोपरांत) (पंजाब) और राशिद खान (उत्तर प्रदेश)
  • व्यापार और उद्योग: नटराजन चंद्रशेखरन (महाराष्ट्र), कृष्णा एल्ला और सुचित्रा एल्ला* (जोड़ी) (तेलंगाना), सत्य नारायण नडेला (संयुक्त राज्य अमेरिका), सुंदरराजन पिचाई (संयुक्त राज्य अमेरिका) और साइरस पूनावाला (महाराष्ट्र)
  • साहित्य और शिक्षा: प्रतिभा रे* (ओडिशा), स्वामी सच्चिदानंद (गुजरात) और वशिष्ठ त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवा: राजीव महर्षि (राजस्थान)
  • विज्ञान एवं इंजीनियरिंग: संजय राजाराम (मरणोपरांत) (मेक्सिको)
  • खेल: देवेंद्र झाझरिया (राजस्थान)
  • अन्य: मधुर जाफरी* (पाक कला- संयुक्त राज्य अमेरिका)

3) महत्वपूर्ण पद्म श्री

  • साहित्य और शिक्षा: प्रो. नजमा अख्तर* (दिल्ली), सिरपी बालासुब्रमण्यम (तमिलनाडु), अखोन असगर अली बशारत (लद्दाख), मारिया क्रिस्टोफर बायर्स्की (पोलैंड), खलील धनतेजवी (मरणोपरांत) (गुजरात), गिरधारी राम घोंजू (मरणोपरांत) (झारखंड), शैबाल गुप्ता (मरणोपरांत) (बिहार), तारा जौहर* (दिल्ली), रटगर कोर्टेनहॉर्स्ट (आयरलैंड), चिरापत प्रपंडविद्या (थाईलैंड), विश्वमूर्ति शास्त्री (जम्मू-कश्मीर), तातियाना लवोवना शौम्यान* (रूस), सिद्धलिंगैया (मरणोपरांत) (कर्नाटक), विद्या विंदु सिंह* (उत्तर प्रदेश) और बडापलिन वार* (मेघालय)
  • कला: कमलिनी अस्थाना* और नलिनी अस्थाना* (जोड़ी) (उत्तर प्रदेश), माधुरी बर्थवाल* (उत्तराखंड), सुलोचना चव्हाण* (महाराष्ट्र), लौरेम्बम बिनो देवी* (मणिपुर), श्यामामणि देवी* (ओडिशा), गोसावीदु शेख हसन (मरणोपरांत) (आंध्र प्रदेश), सौकार जानकी* (तमिलनाडु), आर मुथुकन्नम्मल* (तमिलनाडु), त्सेरिंग नामग्याल (लद्दाख), सोनू निगम (महाराष्ट्र), शिवनाथ मिश्र (उत्तर प्रदेश), रामचंद्रैया (तेलंगाना), पद्मजा रेड्डी* (तेलंगाना), अजिता श्रीवास्तव* (उत्तर प्रदेश), ललिता वकील* (हिमाचल प्रदेश) और दुर्गा बाई व्याम* (मध्य प्रदेश)
  • व्यापार और उद्योग: मुक्तामणि देवी* (मणिपुर) और रयुको हीरा (जापान)
  • सामाजिक कार्य: आचार्य चंदना जी* (बिहार), शकुंतला चौधरी* (असम), बसंती देवी* (उत्तराखंड), सावजी भाई ढोलकिया (गुजरात), केवी राबिया* (केरल), गामित रमीलाबेन रायसिंहभाई* (गुजरात), प्रभाबेन शाह* (दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव), बाबा इकबाल सिंह जी (पंजाब)
  • खेल: सुमित अंतिल (हरियाणा), प्रमोद भगत (ओडिशा), नीरज चोपड़ा (हरियाणा), शंकरनारायण मेनन चुंडायिल (केरल), फैसल अली डार (जम्मू-कश्मीर), वंदना कटारिया* (उत्तराखंड), अवनि लेखरा* (राजस्थान) और ब्रह्मानंद सांखवलकर (गोवा)
  • विज्ञान एवं इंजीनियरिंग: संघमित्रा बंद्योपाध्याय* (पश्चिम बंगाल) और अजय कुमार सोनकर (उत्तर प्रदेश)
  • चिकित्सा: डॉ. प्रोकर दासगुप्ता (यूनाइटेड किंगडम), डॉ. लता देसाई* (गुजरात), डॉ. नरेंद्र प्रसाद मिश्रा (मरणोपरांत) (मध्य प्रदेश), डॉ. बालाजी तांबे (मरणोपरांत) (महाराष्ट्र), कमलाकर त्रिपाठी (उत्तर प्रदेश)
  • सिविल सेवा: गुरुप्रसाद महापात्र (मरणोपरांत) (दिल्ली)
  • जन सेवा: मालजी भाई देसाई (गुजरात)
  • अन्य: सोसम्मा इयपे* (पशुपालन - केरल), अब्दुल खादर नादकत्तिन (जमीनी नवाचार-कर्नाटक), अमाई महालिंग नाइक (कृषि- कर्नाटक), गुरु तुल्कु रिनपोछे (आध्यात्म - अरुणाचल प्रदेश), सेठ पाल सिंह (कृषि-उत्तर प्रदेश), शिवानंद (योग-उत्तर प्रदेश) और सद्गुरु ब्रह्मेशानंद आचार्य स्वामी (आध्यात्म-गोवा)

नोट- * से महिला पुरस्कार विजेता को दर्शाया गया है।

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2022

23 जनवरी, 2022 को गुजरात आपदा प्रबंधन संस्थान (GIDM) को (संस्थान श्रेणी) और सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विनोद शर्मा को (व्यक्तिगत श्रेणी) में आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया।

(Image Source: https://twitter.com/ndmaindia)

गुजरात आपदा प्रबंधन संस्थान: इसकी स्थापना 2012 में हुई थी और तब से यह गुजरात की आपदा जोखिम न्यूनीकरण क्षमता को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।

विनोद शर्मा: भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के वरिष्ठ प्रोफेसर शर्मा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र के संस्थापक संयोजक भी हैं, जिसे अब राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान के रूप में जाना जाता है।

  • उन्होंने आपदा जोखिम न्यूनीकरण को राष्ट्रीय एजेंडा में सबसे आगे लाने की दिशा में अथक प्रयास किए हैं।

पुरस्कार के बारे में: आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में देश में व्यक्तिगत स्तर पर तथा संगठनों के अमूल्य योगदान के सम्मान में भारत सरकार द्वारा स्थापित इस वार्षिक पुरस्कार की घोषणा हर साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती (पराक्रम दिवस) पर की जाती है।

  • पुरस्कार के रूप में संस्थान को 51 लाख रुपये नकद तथा एक प्रमाण पत्र एवं व्यक्तिगत स्तर पर 5 लाख रुपये नकद तथा एक प्रमाण पत्र प्रदान किये जाते हैं।
  • प्रधानमंत्री ने वर्ष 2019, 2020, 2021 और 2022 के सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया।

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के पूर्व विजेता: वर्ष 2021- सस्टेनेबल एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजिकल डेवलपमेंट सोसाइटी (SEEDS) (संस्था श्रेणी) और डॉ. राजेंद्र कुमार भंडारी (व्यक्तिगत श्रेणी)।

  • वर्ष 2020 - आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र, उत्तराखंड (संस्था श्रेणी) और कुमार मुन्नान सिंह (व्यक्तिगत श्रेणी)।
  • वर्ष 2019 - राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 8वीं बटालियन, गाजियाबाद (संस्था श्रेणी)।

तीसरा राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2020

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 7 जनवरी, 2022 को 'तीसरे राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2020' (3rd National Water Awards-2020) की घोषणा की।

(Image Source: https://secure.mygov.in/)

  • सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में, उत्तर प्रदेश को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके बाद राजस्थान और तमिलनाडु का स्थान है।
  • मंत्रालय द्वारा 2018 में राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी। इस वर्ष, 11 विभिन्न श्रेणियों में कुल 57 पुरस्कारों की घोषणा की गई।
  • भारत की वर्तमान पानी की आवश्यकता प्रति वर्ष लगभग 1,100 बिलियन क्यूबिक मीटर होने का अनुमान है, जिसके वर्ष 2050 तक 1,447 बिलियन क्यूबिक मीटर तक बढ़ जाने का अनुमान है।

अन्य प्रमुख विजेताओं की सूची

  • सर्वश्रेष्ठ जिला - उत्तर क्षेत्र: मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)
  • सर्वश्रेष्ठ जिला - दक्षिण क्षेत्र: तिरुवनंतपुरम (केरल)
  • सर्वश्रेष्ठ जिला - पूर्वी क्षेत्र: पूर्वी चंपारण (बिहार)
  • सर्वश्रेष्ठ जिला - पश्चिम क्षेत्र: इंदौर (मध्य प्रदेश)
  • सर्वश्रेष्ठ जिला - पूर्वोत्तर क्षेत्र: गोलपारा (असम)
  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत - उत्तर क्षेत्र: धसपड़ (जिला अल्मोड़ा, उत्तराखंड)
  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत - दक्षिण क्षेत्र: येलेरामपुरा पंचायत (जिला टुमकुरू, कर्नाटक)
  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत - पूर्वी क्षेत्र: तेलारी पंचायत (जिला गया, बिहार)
  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत - पश्चिम क्षेत्र: तख्तगढ़ (जिला साबरकांठा, गुजरात)
  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत - पूर्वोत्तर क्षेत्र: सियालसिर (जिला सिरचिप, मिजोरम)
  • सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय: वापी शहरी स्थानीय निकाय (गुजरात)
  • सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक): मिशन पानी (नेटवर्क 18)
  • सर्वश्रेष्ठ स्कूल: राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, कावेरीपट्टिनम (तमिलनाडु)
  • परिसर उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान/आरडब्ल्यूए/धार्मिक संगठन: माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (जम्मू)
  • सर्वश्रेष्ठ उद्योग: वेलस्पन इंडिया टेक्सटाइल लिमिटेड (गुजरात)
  • सर्वश्रेष्ठ एनजीओ: कोस्टल सैलिनिटी प्रिवेंशन सेल‚ अहमदाबाद
  • सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ: पंचगछिया एमडीटीडब्ल्यू डब्ल्यूयूए, हुगली (पश्चिम बंगाल)
  • कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग: आईटीसी लिमिटेड, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)

नारी शक्ति पुरस्कार-2021

जनवरी 2022 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने नारी शक्ति पुरस्कार-2021 के लिए नामांकन आमंत्रित किए हैं।

  • महिला और बाल विकास मंत्रालय हर साल व्यक्तियों/संस्थानों को महिला सशक्तीकरण, विशेष रूप से कमजोर और हाशिए पर रहने वाली महिलाओं के लिए उनकी सेवा के सम्मान में नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान करता है।
  • प्रत्येक विजेता को पुरस्कार में रूप में प्रमाणपत्र और दो लाख रुपये की नकद राशि दी जाती है।
  • सभी व्यक्ति और संस्थान इस पुरस्कार में हिस्सा ले सकते हैं। पुरस्कारों की अधिकतम संख्या (व्यक्तिगत और संस्थागत सहित) 15 हो सकती है।
  • नारी शक्ति पुरस्कार-2021 महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यानी 8 मार्च, 2022 को प्रदान किया जाएगा।

स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021- 22

शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने 12 जनवरी, 2022 को 'स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021- 22' का शुभारंभ किया।

(Image Source: https:// twitter.com/EduMinOfIndia)

  • स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार उन विद्यालयों को मान्यता, प्रेरणा और पुरस्कार प्रदान करता है, जिन्होंने जल, स्वच्छता और स्वास्थ्यकारिता (hygiene) के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया हो।
  • 'स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग' ने स्वच्छता के बारे में आत्म-प्रेरणा और जागरूकता पैदा करने के लिए स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार को पहली बार 2016-17 में शुरू किया था।
  • स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-22 में ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में सभी श्रेणियों के विद्यालय यानी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी विद्यालय हिस्सा ले सकते हैं।
  • मानदंड: विद्यालयों का मूल्यांकन 6 उप-श्रेणियों में एक ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा। इन उप-श्रेणियों में जल, स्वच्छता, साबुन से हाथ धोना, संचालन और रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन और क्षमता निर्माण तथा एक नई शामिल गई श्रेणी कोविड-19 की तैयारी व प्रतिक्रिया शामिल है।
  • पुरस्कार: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त फाइव स्टार रेटिंग प्रणाली के आधार पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालयों को सम्मानित किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय स्तर पर इस वर्ष समग्र श्रेणी के तहत पुरस्कारों के लिए 40 स्कूलों का चयन किया जाएगा। समग्र शिक्षा योजना के तहत विद्यालयों के लिए पुरस्कार की राशि को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये प्रति विद्यालय कर दिया गया है।
  • पहली बार 6 उप-श्रेणी वार पुरस्कार शुरू किए गए हैं, जिसमें पुरस्कार राशि 20,000 रुपये प्रति विद्यालय है।
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