पद्म पुरस्कार 2021

  • 04 Feb 2021

25 जनवरी, 2021 को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कार 2021 की घोषणा की गई।

  • इन पुरस्कारों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है।
  • इस वर्ष राष्ट्रपति ने 1 जोड़ी मामले (एक जोड़ी मामले में 2 व्यक्तियों को दिये जाने वाले पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) सहित 119 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है।
  • इस सूची में 7 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 102 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
  • पुरस्कार पाने वालों में से 29 महिलाएं हैं और इस सूची में विदेशियों की श्रेणी के 10 व्यक्ति या एनआरआई / पीआईओ / ओसीआई, 16 मरणोपरांत और 1 ट्रांसजेंडर पुरस्कार विजेता शामिल हैं।

पद्म विभूषण: शिंजो आबे (जनसेवा), एसपी बालासुब्रमण्यम (मरणोपरांत) (कला), डॉ. बेल्ले मोनप्पा हेगड़े (चिकित्सा), नरिंदर सिंह कपानी (विज्ञान और प्रौद्योगिकी), मौलाना वहीदुद्दीन खान (अध्यात्म), बी बी लाल (पुरातत्व) तथा सुदर्शन साहू (कला)।

पद्म भूषण: कृष्णन नायर शांताकुमारी चित्रा (कला), तरुण गोगोई (मरणोपरांत) (जनसेवा), चंद्रशेखर कंबारा (साहित्य और शिक्षा), सुमित्रा महाजन (जनसेवा), नृपेंद्र मिश्र (सिविल सेवा), राम विलास पासवान (मरणोपरांत) (जनसेवा), केशुभाई पटेल (मरणोपरांत) (जनसेवा), कल्बे सादिक (मरणोपरांत) (अध्यात्म), रजनीकांत देवीदास श्रॉफ (व्यापार व उद्योग) तथा तरलोचन सिंह (जनसेवा)।

पृष्ठभूमि: पद्म पुरस्कार (पद्म विभूषण) को वर्ष 1954 में स्थापित किया गया था। बाद में इन्हें 8 जनवरी, 1955 को राष्ट्रपति भवन की अधिसूचना के माध्यम से पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री तीन अलग-अलग पुरस्कारों में पुनर्वर्गीकृत किया गया था।

  • यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है, अर्थात् असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म विभूषण’; उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’; तथा विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म श्री’।
  • पद्म पुरस्कार विभिन्न विषयों / गतिविधियों के क्षेत्रों, अर्थात- कला, सामाजिक कार्य, जनसेवा, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि में दिए जाते हैं।