गुलमर्ग में खुला 'दुनिया का सबसे बड़ा इग्लू कैफे’
फरवरी 2022 में जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में दुनिया का सबसे बड़ा इग्लू कैफे खोला गया है।
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- यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट में 'स्नोग्लू' (Snowglu) नाम का यह कैफे स्थापित किया गया है।
- इस नए कैफे की ऊंचाई 37.5 फीट और व्यास 44.5 फीट है। इसकी मोटाई पांच फीट है।
- इसमें एक बार में 40 लोग खाना खाने के लिए बैठ सकते हैं। इसे 64 दिनों में तैयार किया गया है।
- इस इग्लू कैफे के निर्माता सैयद वसीम शाह ने दावा किया है कि यह दुनिया का अपनी तरह का सबसे बड़ा कैफे है।
- गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, वर्तमान में सबसे बड़ा इग्लू कैफे स्विट्जरलैंड में है, जिसकी ऊंचाई 33.8 फीट और व्यास 42.4 फीट है।
केंद्रीय जेल इंदौर को मिला अपना एफएम रेडियो चैनल
मध्य प्रदेश में इंदौर की केंद्रीय जेल ने 13 फरवरी, 2022 को अपना रेडियो चैनल 'जेल वाणी-एफएम 18.77' शुरू किया।
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- इस रेडियो चैनल के माध्यम से जेल में बंद कैदियों को दुनिया में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी मिलेगी।
- रेडियो चैनल जेल के कैदियों को स्वास्थ्य और सामाजिक मुद्दों की जानकारी भी देगा।
- रेडियो स्टेशन कैदियों के लिए अपनी कहानी और अपने अनुभव साझा करने के लिए माध्यम के रूप में कार्य करेगा।
- कैदियों के सुधार के लिए अपनाए गए इस तरह के अभिनव उपायों वाली जेलें निश्चित रूप से सुधारक संस्थानों के रूप में कार्य करेंगी।
चंद्रनगर की फ्रांसीसी विरासत
औपनिवेशिक शहर की फ्रांसीसी बस्ती का प्रतीक 1875 में निर्मित चंद्रनगर में दो मंजिला संरचना और पंजीयन भवन की बहाली परियोजना आगे नहीं बढ़ पायी है।
- यह ढहती इमारत पश्चिम बंगाल के हुगली के तट पर रानी घाट जेट्टी के सामने किनारे पर स्थित है।
- कोलकाता में फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि बहाली परियोजना के लिए एक समझौता फरवरी 2019 में तैयार किया गया था।
- चंद्रनगर, या चंदननगर, हुगली के पूर्वी तट पर पहली व्यापारिक चौकी थी, जिसे 1696 में फ्रांसीसियों द्वारा स्थापित किया गया था।
- शहर में कई इमारतें हैं, जो शहर की समृद्ध स्थापत्य विरासत का प्रतिबिंब हैं।
- जिन इमारतों और संरचनाओं को धरोहर का दर्जा (heritage tag) दिया गया है, उनके अलावा 99 इंडो-फ्रांसीसी विरासत संरचनाओं को बहाल करने के लिए चिन्हित किया गया है।
भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन गुरुग्राम में स्थापित
भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन, चार पहिया वाहनों के लिए 100 चार्जिंग पॉइंट के साथ, 28 जनवरी, 2022 को गुरुग्राम के सेक्टर 52 में शुरू किया गया।
- गुरुग्राम में ईवी चार्जिंग स्टेशन, 72 एसी स्लो-चार्जर और 24 डीसी फास्ट-चार्जर के साथ स्थापित किया गया है।
- स्टेशन में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 96 ऑपरेशनल चार्जिंग पोर्ट हैं और यह चौबीसों घंटे 576 इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग कर सकता है।
- दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में नेशनल हाईवेज फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (NHEV) की एक भागीदार कंपनी द्वारा इसे संचालित किया जाता है।
- इससे पहले, देश का सबसे बड़ा ईवी चार्जिंग स्टेशन नवी मुंबई में था, जिसमें ऐसे वाहनों के लिए 16 एसी और 4 डीसी चार्जिंग पोर्ट थे।
जाफना सांस्कृतिक केंद्र
निर्माण के लगभग दो साल बाद, श्रीलंका के उत्तरी प्रांत में भारत-वित्त पोषित 'जाफना सांस्कृतिक केंद्र' उद्घाटन की प्रतीक्षा कर रहा है। इस बात पर अनिश्चितता है कि इस केंद्र को कौन संचालित करेगा।
- 11 मिलियन डॉलर के भारतीय अनुदान के साथ निर्मित, केंद्र की परिकल्पना "जाफना की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने, संरक्षित करने और प्रोत्साहित करने" के लिए एक सार्वजनिक स्थान के रूप में और श्रीलंका में "सांस्कृतिक गतिविधियों के केंद्र" के रूप में की गई थी।
- पांच साल के लिए इस केंद्र की प्रशासनिक खर्चों को वहन करने के लिए, श्रीलंका को भारत की पेशकश के बावजूद, इस केंद्र की उदघाटन प्रक्रिया हेतु बहुत कम प्रगति हुई है।
जलवायु परिवर्तन के कारण सूख गई टज झील
जलवायु परिवर्तन के कारण मध्य तुर्की में टज झील इस साल पूरी तरह से सूख गई है।
- सदियों से, टज झील ने राजहंसों की मेजबानी की थी, जो मौसम के गर्म होने पर वहां प्रवास करते हैं, प्रजनन करते हैं और झील के उथले पानी में शैवाल पर भोजन करते हैं।
- 1,665 वर्ग किलोमीटर (643 वर्ग मील) की यह झील तुर्की की दूसरी सबसे बड़ी झील और कई पक्षी प्रजातियों का घर है।
- जलवायु परिवर्तन से प्रेरित सूखे और दशकों से नुकसानदायक कृषि नीतियों ने भूमिगत जल आपूर्ति समाप्त कर दी है।
- वान झील (Lake Van), तुर्की की सबसे बड़ी झील है, जो देश के पूर्व में स्थित है।
मार्तंड सूर्य मंदिर
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 19 अक्टूबर, 2021 को मार्तंड सूर्य मंदिर का दौरा किया।
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- एक पहाड़ी के ऊपर स्थित, यह मंदिर कोणार्क और मोढेरा की तुलना में सबसे पुराने ज्ञात सूर्य मंदिरों में से एक है।
- मार्तंड सूर्य मंदिर एक कश्मीरी हिंदू मंदिर था, जो सूर्य (हिंदू धर्म में प्रमुख सौर देवता) को समर्पित था। 'मार्तंड' हिंदू सूर्य-देवता का संस्कृत में एक नाम है।
- हालांकि यह अब खंडहर में तब्दील हो गया है, ऐसा माना जाता है कि इसे मुस्लिम शासक सिकंदर शाह मिरी के आदेश पर नष्ट कर दिया गया था।
- यह मंदिर केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग से पांच मील की दूरी पर स्थित है।
- मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कारकोटा राजवंश के तीसरे शासक ललितादित्य मुक्तापीड ने 8वीं शताब्दी में करवाया था।
हम्बोटिंग ला में दूरदर्शन/आकाशवाणी ट्रांसमीटर का शुभारम्भ
- केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 25 सितंबर, 2021 को लद्दाख में कारगिल के पास हम्बोटिंग ला में दूरदर्शन और आकाशवाणी के उच्च शक्ति वाले ट्रांसमीटर राष्ट्र को समर्पित किए।
- 10 किलोवाट के ट्रांसमीटर देश में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थापित टीवी और रेडियो ट्रांसमीटर हैं, जो औसत समुद्र तल से 4,054 मीटर (लगभग 13,300 फुट) की ऊंचाई पर स्थित हैं।
- लेह में लगे ट्रांसमीटर 3,501 मीटर (लगभग 11,450 फुट) की ऊंचाई पर स्थित हैं।
आईएनएस चिल्का
- रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति (The Parliamentary Standing Committee on Defence) ने 23 अगस्त, 2021 को भारतीय नौसेना के प्रतिष्ठित नौसैनिक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान ‘आईएनएस चिल्का’ (INS Chilka) का दौरा किया।
- रक्षा संबंधी संसदीय स्थायी समिति (The Parliamentary Standing Committee on Defence) रक्षा नीतियों के विधायी निरीक्षण और रक्षा मंत्रालय के फैसलों हेतु संसद के चयनित सदस्यों की एक विभाग संबंधित स्थायी समिति है।
- आईएनएस चिल्का भारतीय नौसेना का एकमात्र प्रारंभिक प्रशिक्षण संस्थान है, जो सालाना 6600 से अधिक नवोदित सैनिकों को प्रशिक्षित करता है।
- आईएनएस चिल्का को 1980 में कमीशन किया गया था। इसका नाम प्रसिद्ध झील चिल्का के नाम पर रखा गया है, जो भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की तटीय झील है। प्रशिक्षण प्रतिष्ठान झील के किनारे पर स्थित है।
मवेशी द्वीप
- ओडिशा के वन और पर्यावरण विभाग द्वारा हीराकुंड जलाशय में स्थित तीन द्वीपों में से ‘मवेशी द्वीप’ (Cattle Island) को एक एक दर्शनीय स्थल के रूप में चुना गया है।
- यह द्वीप एक जलमग्न पहाड़ी हैऔर हीराकुंड बांध के निर्माण से पहले यह एक विकसित गांव था।
- 1950 के दशक में जब महानदी पर हीराकुंड बांध का निर्माण किया गया था, उस समय बड़ी संख्या में लोगों को अपने गांवों से विस्थापित होना पड़ा था। विस्थापन के दौर में ग्रामीण अपने मवेशियों को अपने साथ नहीं ले जा सके थे वे अपने मवेशियों को सुनसान गांवों में छोड़ गए।
- बांध के निर्माण के बाद जैसे ही यह क्षेत्र जलमग्न होने लगा, सारे मवेशी झारसुगुडा जिले के लखनपुर ब्लॉक के तहत तेलिया पंचायत में एक ऊंचे स्थान भुजापहाड़ पर चले गए। इसके बाद इस पहाडी को, जोकि पानी की एक विशाल चादर से घिरा हुआ एक भूमि का टुकड़ा है, ‘मवेशी द्वीप’ कहा जाने लगा।
- अन्य द्वीप: डेब्रीगढ़ इकोटूरिज्म परियोजना से सिर्फ 1 किमी दूर जलाशय के भीतर एक 'चमगादड़ का द्वीप' (island of bats) है। यह सैकड़ों चमगादड़ों का निवास स्थल है।
- पर्यटक जलाशय से सूर्यास्त का शानदार नजारा भी देख सकते हैं। 'सनसेट आइलैंड' (Sunset island) अद्वितीय नाव की सवारी के तीन पड़ावों में से एक है।
- हीराकुंड बांध: यह महानदी नदी में बार-बार विनाशकारी बाढ़ आने के बाद, वर्ष 1937 में महान अभियंता एम. विश्वेश्वरैया द्वारा परिकल्पित एक बहुउद्देशीय परियोजना है। इसे 1957 में चालू किया गया था।
पुरी नल द्वारा गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराने वाला भारत का पहला शहर बना
पुरी 24 घंटे सातों दिन सीधे नल से उच्च गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराने वाला भारत का पहला शहर बन गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 26 जुलाई, 2021 को पुरी में 'ड्रिंक फ्रॉम टैप प्रोजेक्ट' (Drink from Tap project) का उद्घाटन किया।
- भारत के किसी भी महानगर में अभी तक ऐसी सुविधा नहीं है। इस तरह की सुविधाएं केवल लंदन, न्यूयॉर्क और सिंगापुर जैसे विश्व स्तरीय शहरों में उपलब्ध हैं।
- इस परियोजना से पुरी के 2.5 लाख नागरिकों और हर साल आने वाले 2 करोड़ पर्यटकों को लाभ होगा। उन्हें पानी की बोतल लेकर इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इससे पुरी पर अब 400 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरे का बोझ नहीं पड़ेगा।
- पुरी में 400 स्थानों पर पानी के फव्वारे विकसित किए गए हैं।
- इसी तरह की एक परियोजना ओडिशा के 16 अन्य शहरी केंद्रों में कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में है।
कांडला बना पहला हरित विशेष आर्थिक क्षेत्र
देश का सबसे पुराना निर्यात क्षेत्र ‘कांडला विशेष आर्थिक क्षेत्र’ (Kandla Becomes First Green Special Economic Zone- KASEZ), औद्योगिक शहरों की श्रेणी में मौजूदा शहरों के लिए इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल 'ग्रीन सिटीज रेटिंग' (IGBC Green Cities Rating) के तहत जुलाई 2021 में प्लैटिनम रेटिंग प्राप्त करने वाला भारत का "पहला हरित औद्योगिक शहर" बन गया है।
- 2019 में KASEZ में 25,000 पेड़ों की तुलना में,वर्तमान में 1000 एकड़ में 3.5 लाख पेड़ हैं। इनमें से अधिकांश पेड़ 2019 के बाद मियावाकी वनीकरण पद्धति का उपयोग करके लगाए गए हैं। पेड़ों के रोपण ने लवणता को कम करने में मदद की है और ऊपरी मृदा की गुणवत्ता में सुधार किया है।
- इसके अलावा, KASEZ ने पानी के रिसाव को रोकने के लिए क्षेत्र के अंदर बनाए गए कृत्रिम जल निकायों को पंक्तिबद्ध करने के लिए प्लास्टिक कचरे का भी इस्तेमाल किया है।
- गुजरात राज्य के कच्छ जिले में स्थित KASEZ का उद्घाटन मार्च 1965 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा ‘देश के पहले मुक्त व्यापार क्षेत्र’ के रूप में किया गया था।
सोहरा (चेरापूंजी)
25 जुलाई, 2021 को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी मेघालय यात्रा के दौरान सोहरा (चेरापूंजी) में ‘हरित सोहरा वनीकरण अभियान’ का शुभारंभ किया। मेघालय सरकार द्वारा असम राइफल्स के सहयोग से यह वनारोपण अभियान चलाया जाएगा।
- उन्होंने ‘ग्रेटर सोहरा जलापूर्ति योजना’ का उद्घाटन भी किया। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्वोत्तर विशेष अवसंरचना योजना के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और मेघालय सरकार 25 करोड रूपए की लागत की इस योजना से हर परिवार, हर घर तक शुद्ध पीने का पानी नल से पहुँचाया जाएगा।
- सोहरा, जिसे पहले ‘चेरापूंजी’ के नाम से जाना जाता था, को 1982 में मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में एक उप-मंडल के रूप में स्थापित किया गया था।
- सोहरा को अक्सर दुनिया में सबसे नम स्थान होने का श्रेय दिया जाता है, लेकिन वर्मातन में चेरापूंजी के करीब ‘मासिनराम’ दुनिया का सबसे अधिक बारिश वाला और नम इलाका है।
- चेरापूंजी में भारतीय ग्रीष्म मानसून की बंगाल की खाड़ी के हिस्से से वर्षा होती है।
- बारहमासी वर्षा के बावजूद, चेरापूंजी को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ता है और पीने योग्य पानी के लिए निवासियों को अक्सर मीलों का सफर तय करना पड़ता है।
सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 23 जून, 2021 को भारत तथा ‘सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस’ (St. Vincent and The Grenadines) के बीच करों के संबंध में सूचना के आदान-प्रदान व संग्रह में सहायता के लिए समझौते को मंजूरी दी है।
- समझौते में विदेश में कर जांच के प्रावधान भी शामिल हैं, जिसके तहत एक देश, दूसरे देश के प्रतिनिधियों को व्यक्तियों का साक्षात्कार करने और कर उद्देश्यों के लिए रिकॉर्ड की जांच करने के लिए अपने क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दे सकता है।
- सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस पूर्वी कैरेबियन सागर में स्थित देश है। यह सेंट विंसेंट और दक्षिण में 32 छोटे द्वीपों और कोरल के निचले किनारे के एक समूह 'उत्तरी ग्रेनेडाइंस' के द्वीप से मिलकर बना है।
- यह लेसर एंटिल्स (Lesser Antilles) के दक्षिण-पूर्वी विंडवर्ड द्वीप समूह (southeast Windward Islands) में स्थित है।
- इसकी राजधानी किंग्सटाउन है।
मलावी
वाणिज्य मंत्रालय की शाखा विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने 24 जून, 2021 को दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका के एक देश मलावी (Malawi) से 50,000 टन तूर दाल (pigeon peas) के आयात के संबंध में एक समझौता ज्ञापन को अधिसूचित किया।
- मलावी, ग्रेट अफ्रीकन रिफ्ट वैली सिस्टम की सबसे दक्षिणी झील, न्यासा (झील मलावी) के पश्चिमी किनारे पर दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका में एक भू-आबद्ध देश है।
- मलावी तंजानिया, जाम्बिया और मोजाम्बिक के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाएँ साझा करता है।
- मलावी की सबसे लंबी नदी शायर नदी (Shire river) है। राजधानी शहर लिलोंग्वे (Lilongwe) है।
ऑरोविले
क्रिस्टोफ पोहल की डॉक्यूमेंट्री 'एवर स्लो ग्रीन' (Ever Slow Green) को पेरिस में प्रतिष्ठित ‘चेंजनाउ शिखर सम्मेलन’ (ChangeNow summit) में स्क्रीनिंग के लिए आधिकारिक तौर पर चुना गया है। एवर स्लो ग्रीन 'ऑरोविले' (Auroville) की अनूठी वनीकरण परियोजना की कहानी बताती है।
- इसे ऑरोविले द्वारा समर्थित किया गया था और 2018 में ऑरोविले की 50वीं वर्षगांठ समारोह द्वारा वित्त पोषित किया गया था।
- इसे 27 से 29 मई तक शिखर सम्मेलन में 'चेंजनाउ फिल्म फेस्टिवल' में चार विशेष रूप से चयनित फिल्मों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें डेविड एटनबरो की 'ब्रेकिंग बाउंड्रीज: द साइंस ऑफ अवर प्लैनेट' (Breaking Boundaries: The Science of Our Planet) भी शामिल है।
- ऑरोविले तमिलनाडु के विलुप्पुरम जिले में एक प्रायोगिक शहर है, जिसका ज्यादातर हिस्सा तमिलनाडु राज्य, और कुछ हिस्सा केंद्र-शासित प्रदेश पुडुचेरी में है। इसका उद्देश्य मानव एकता-विविधता को साकार करना है। ऑरोविले का अर्थ है उषा नगरी (City of Dawn ) या फिर नए जीवन की नगरी।
- ऑरोविले की स्थापना 1968 में एक फ्रांसीसी आध्यात्मिक गुरु, एक तांत्रिक और श्री अरबिंदो की सहयोगी मीरा अल्फासा (जिन्हें "माँ" के रूप में जाना जाता है) द्वारा की गई थी।
- ‘चेंजनाउ शिखर सम्मेलन’ का उद्देश्य परिवर्तन के नवप्रवर्तनकर्ताओं और निवेशकों द्वारा विकसित टिकाऊ और ठोस समाधानों को उजागर करना है।
डार्विन का मेहराब
17 मई, 2021 को 'गैलापागोस द्वीप समूह' (Galápagos Islands) पर स्थित एक प्रसिद्ध प्राकृतिक पत्थरों की संरचना 'डार्विन का मेहराब' (Darwin's Arch) कटाव से ढह गया है।
- यह मेहराब गोताखोरों, फोटोग्राफरों और क्रूज-जहाज पर्यटकों के बीच लोकप्रिय था।
- यह मेहराब, इक्वाडोर से 965 किमी. पश्चिम में प्रशांत महासागर में एक ज्वालामुखी द्वीप समूह 'गैलापागोस द्वीप समूह' के सबसे उत्तरी सिरे पर स्थित था।
- इस पत्थरों की संरचना का नाम ब्रिटिश प्रकृतिवादी ‘चार्ल्स डार्विन’ के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने 1835 में द्वीपों का दौरा किया था और ‘विकासवाद के अपने सिद्धांत’ (Theory of evolution) को विकसित किया था।
- गैलापागोस द्वीप समूह, जिसे 1978 में पहले यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में से एक के रूप में घोषित किया गया था, इक्वाडोर का हिस्सा है।
तालिबान ने मुख्य अफगान बांध ‘दहला’ पर कब्जा किया
6 मई, 2021 को तालिबान ने कंधार के अपने पूर्व गढ़ में महीनों तक भयंकर लड़ाई के बाद अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े बांध 'दहला बांध' (Dahla Dam) पर कब्जा कर लिया है।
- दहला बांध, जिसे अरघानदाब बांध भी कहा जाता है, दक्षिणी प्रांत कंधार के शाह वली कोट जिले में प्रांतीय राजधानी कंधार शहर से लगभग 34 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।
- बांध, कंधार शहर के लिए पीने के पानी के साथ-साथ नहरों के एक नेटवर्क के माध्यम से किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान करता है।
- कंधार के लगभग सात जिलों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने के लिए लगभग 70 साल पहले 1952 में अमेरिका द्वारा दहला बांध का निर्माण अरघानदाब नदी पर किया गया था।
बैरेन द्वीप
भारतीय तटरक्षक बल ने 3 मई, 2021 को भारतीय जल क्षेत्र के बैरेन द्वीप (Barren Island) के पास अवैध रूप से मछली पकड़ने आए म्यांमार के चार नागरिकों को हिरासत में लिया है।
- बैरेन द्वीप भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण एशिया का एक मात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। बैरेन द्वीप 3 किलोमीटर क्षेत्र में फैला एक छोटा निर्जन द्वीप है।
- यह द्वीप, अंडमान और निकोबार शृंखला का एक हिस्सा है, जो केंद्र-शासित प्रदेश की राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 135 किलोमीटर उत्तर पूर्व में अंडमान सागर में स्थित है।
- बैरेन द्वीप, दक्षिण में इंडोनेशिया के सुमात्रा से लेकर उत्तर में म्यांमार तक चलने वाले ज्वालामुखियों की शृंखला के साथ एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है।
- 150 वर्षों तक निष्क्रिय रहने के बाद वर्ष 1991 में फिर से सक्रिय होने के बाद यह रुक-रुक कर सक्रिय होता रहा है। 2017-18 में सबसे अंतिम बार इसमें सक्रियता देखी गई है।
हैती में राजनीतिक अस्थिरता
हैती के प्रधानमंत्री जोसेफ जाउथ ने इस साल के आखिर में होने वाले संवैधानिक जनमत संग्रह और आम चुनाव की तैयारी से पहले 14 अप्रैल, 2021 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वे मार्च 2020 से प्रधानमंत्री के पद पर थे।
- राष्ट्रपति जोवनेल मोइस ने क्लाउड जोसेफ को हैती के नए प्रधानमंत्री के रूप में नामित किया है।
- ज्ञात हो कि कुछ समय से देश में हत्याओं और अपहरणों की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
- राष्ट्रपति के अनुसार देश की राजनीतिक और संस्थागत स्थिरता के लिए आवश्यक आम सहमति तक पहुंचने के उद्देश्य से चर्चा जारी रहेगी। हैती में 2015 के बाद से आठ प्रधानमंत्री सत्ता संभाल चुके हैं।
- हैती देश हिसपनिओला द्वीप के पश्चिमी भाग में कैरिबियन में स्थित है। हिसपनिओला द्वीप के शेष भाग में डोमिनिकन गणराज्य है। हैती के उत्तरी ओर अटलांटिक महासागर और पश्चिम और दक्षिण में कैरेबियन सागर है। पूर्व में इसकी स्थलीय सीमा डोमिनिकन गणराज्य से लगती है।
मास्को में भारत का ऊर्जा कार्यालय
2 मार्च, 2021 को भारत ने मास्को में एक ‘ऊर्जा कार्यालय’ (Energy Office) खोला है।
मुख्य उद्देश्य: मौजूदा परिसंपत्तियों के समर्थन के लिए हरसंभव प्रयास करना, क्षमता निर्माण में शामिल होना, व्यावसायिक अवसरों की तलाश करना, पेट्रोलियम उत्पाद और सेवाओं का आयात और निर्यात करना।
- इस कार्यालय में 5 शीर्ष भारतीय ऊर्जा सार्वजनिक उपक्रमों की उपस्थिति होगी। ऊर्जा सार्वजनिक उपक्रमों में ओएनजीसी विदेश लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, गेल (इंडिया) लिमिटेड, ऑयल इंडिया लिमिटेड और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड शामिल हैं।
- इस कार्यालय का उद्घाटन भारत के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव तरुण कपूर ने किया।
- ऊर्जा कार्यालय को रूस में ऊर्जा क्षेत्र में भारतीय तेल और गैस सार्वजनिक उपक्रमों और भारत में रूसी कंपनियों के हित को बढ़ावा देने के लिए खोला गया है।
स्विट्जरलैंड में सार्वजनिक स्थानों पर पूरे चेहरे को कवर करने पर प्रतिबंध
मार्च 2021 में स्विट्जरलैंड में, लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर पूरे चेहरे को कवर करने पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में मतदान किया है। मीडिया द्वारा इसे 'बुर्का प्रतिबंध' के रूप में संदर्भित किया गया है।
- आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, 51.2 प्रतिशत मतदाताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया है। इसका मतलब यह है कि देश में कोई भी प्रार्थना स्थलों (places of worship) तथा स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों को छोड़कर पूरी तरह से सार्वजनिक रूप से अपने चेहरे को कवर नहीं कर सकता है।
- फ्रांस, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया और डेनमार्क सहित यूरोपीय देशों ने पहले ही पूर्ण चेहरे को कवर करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कलिवेली वेटलैंड्स को पक्षी अभयारण्य बनाने की घोषणा
फरवरी 2021 में तमिलनाडु में विल्लुपुरम जिला प्रशासन द्वारा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम‚ 1972 के तहत कलिवेली वेटलैंड्स (Kaliveli Wetlands) को पक्षी अभयारण्य बनाने की घोषणा की गई।
- कलिवेली वेटलैंड्स पुलिकट झील के बाद दक्षिण भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पाने की झील है।
- पहली घोषणा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम‚ 1972 की धारा 18 के तहत जारी की गई। यह वेटलैंड्स (आर्द्रभूमि) पारिस्थितिकी रूप से महत्वपूर्ण है।
- 670 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैली इस झील (वेटलैंड्स) के दक्षिणी भाग को वर्ष 2001 में आरक्षित भूमि घोषित किया गया था।
- कलिवेली झील उप्पुकल्ली क्रीक और इदायनथिट्टु (Edayanthittu) अभयारण्य के माध्यम से बंगाल की खाड़ी से जुड़ी हुई है।
दक्षिण कोरिया करेगा विश्व के सबसे बड़े अपतटीय पवन ऊर्जा संयंत्र का निर्माण
फरवरी 2021 में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने वर्ष 2030 तक देश में विश्व के सबसे बड़े अपतटीय पवन ऊर्जा संयंत्र (Offshore Wind Farm) का निर्माण करने से संबंधित योजना को मंजूरी प्रदान की।
- यह परियोजना वर्ष 2050 तक दक्षिण कोरिया को कार्बन तटस्थ बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मददगार होगी।
- दक्षिण-पश्चिमी तटीय शहर सिनान में स्थापित किए जाने वाले इस पवन ऊर्जा संयंत्र के लिए राष्ट्रपति मून ने लगभग 48 ट्रिलियन वोन (लगभग 43 बिलियन डॉलर) के समझौते (संयंत्र की लागत राशि) पर हस्ताक्षर किए। इसकी अधिकतम क्षमता 8.2 गीगावॉट होगी।
- दक्षिण कोरिया के पास खुद के कुछ ही ऊर्जा संसाधन हैं और लगभग 40% ऊर्जा जरूरतों के लिए आयातित कोयले पर निर्भर करता है ।
- वर्तमान में विश्व का सबसे बड़ा अपतटीय पवन फार्म ब्रिटेन में ‘हॉर्नसी 1’ (Hornsea 1) है‚ जिसकी क्षमता 1.12 गीगावॉट है।
जेरेंगा पोथार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जनवरी, 2021 को असम के शिवसागर जिले में ऐतिहासिक जेरेंगा पोथार के स्वदेशी समुदायों को एक लाख से अधिक भूमि पट्टों (दस्तावेजों) का वितरण किया।
- शिवसागर को पूर्व में रंगपुर के रूप में जाना जाता था, इसका संबंध शक्तिशाली अहोम वंश से है, जिसने छ: शताब्दियों (1228-1826) तक असम पर शासन किया था।
- शिवसागर शहर में जेरेंगा पोथार एक खुला मैदान है, जो 17वीं शताब्दी की अहोम राजकुमारी जॉयमती की वीरता के कारण लोकप्रिय है।
- सन् 1671 से 1681 तक अहोम राजाओं का शासन काफी उथल-पुथल के दौर से गुजरा। अकुशल प्रधानसेवकों ने राजाओं की परेशानी बढ़ा दी थी।
- इसी दौरान लोरा राजा के नाम से जाना जाने वाले सुलिखपा और उनके प्रधानमंत्री लालुकास्ला बोरफूकन ने राज हासिल करने के लिए अपने कई उत्तराधिकारियों को मरवा दिया था।
- राजकुमारी जॉयमती के पति राजकुमार गोडापानी उनके अगले शिकार थे। वह उनसे बचकर नागा हिल्स भाग गए।
- इसके बाद लोरा राजा ने उनकी पत्नी जॉयमती को पकड़ लिया। जॉयमती को इसके लिए कई दिनों तक यातनाएं दी गईं, लेकिन उन्होंने साहस नहीं छोड़ा और उनके आगे नहीं झुकीं। उन्होंने राजकुमार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उन्हें इसी मैदान में खूब यातनाएं दी गईं। कहा जाता है उन्हें एक कांटेदार पेड़ से बांध दिया गया था। इसके चलते उन्होंने दम तोड़ दिया था।
हरिपुरा
- 23 जनवरी, 2021 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती 'पराक्रम दिवस' के अवसर पर गुजरात के हरिपुरा में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- हरिपुरा का नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के साथ एक विशेष संबंध रहा है। 1938 के ऐतिहासिक हरिपुरा अधिवेशन में ही नेताजी बोस ने कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद संभाला था।
- 23 जनवरी, 2009 को हरिपुरा से ‘ई-ग्राम विश्वग्राम परियोजना’ की शुरुआत की गई थी। इस पहल ने गुजरात के आईटी बुनियादी ढांचे में क्रांति ला दी और राज्य के सुदूरवर्ती भागों के गरीब लोगों को प्रौद्योगिकी का लाभ हुआ है।
- हरिपुरा, गुजरात के सूरत जिले में कडोद शहर के पास स्थित एक गांव है।
लेह में मौसम विज्ञान केन्द्र का उद्घाटन
केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 29 दिसंबर, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लेह (लद्दाख) स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र का उद्घाटन किया।
- 3500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लेह मौसम विज्ञान केन्द्र भारत में सबसे ऊँचाई पर स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र होगा।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग लद्दाख के दोनों जिलों (लेह और करगिल) के सभी हितधारकों के लिए दैनिक आधार पर मौसम के पूर्वानुमान की सुविधा लघु अवधि (3 दिन) और मध्यम अवधि (12 दिन) से लेकर एक महीने तक की अवधि के लिए प्रदान करेगा।
- इसके अलावा नुब्रा, चांगथांग, पैंगोंग झील, जांस्कर, कारगिल, द्रास, धा-बैमा (आर्यन घाटी), खलसी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के मौसम के पूर्वानुमान की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
चत्तरगला सुरंग
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने 5 जनवरी, 2021 को केन्द्रीय मंत्री डॉ.जितेन्द्र सिंह को जम्मू एवं कश्मीर में प्रस्तावित ‘चत्तरगला सुरंग’ (Chattergala tunnel) के बारे में जानकारी दी।
- चत्तरगला सुरंग भद्रवाह और डोडा को छूते हुए चत्तरगला के रास्ते बसोहली-बानी से होकर गुजरने वाले नए राजमार्ग के माध्यम से कठुआ जिले को डोडा जिला से जोड़ेगी।
- यह एक 6.8 किमी. लंबी सुरंग होगी। इस सुरंग को पूरा होने में लगभग 4 साल का समय लगेगा और इसके निर्माण की लागत लगभग 3,000 करोड़ रुपये होगी।
- यह एक ऐतिहासिक परियोजना बनने जा रही है, जो सुदूर के दो क्षेत्रों के बीच हर मौसम में आवागमन वाली वैकल्पिक सड़क संपर्क प्रदान करेगी और डोडा से पंजाब सीमा पर स्थित लखनपुर तक की यात्रा में लगने वाले समय को घटाकर महज चार घंटे कर देगी।
दीपोर बील में सामुदायिक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध
- 1 जनवरी, 2021 को कामरूप महानगर जिला ने दीपोर बील में सामुदायिक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह आदेश 31 जनवरी, 2021 तक प्रभावी रहेगा।
- असम का एकमात्र रामसर स्थल दीपोर बील, गुवाहाटी के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर स्थित एक ताजे पानी की झील है।
- दीपोर बील को 2002 में पक्षियों की 219 प्रजातियों के अलावा जलीय जीवों के अस्तित्व के लिए एक रामसर स्थल नामित किया गया था।
- एक रामसर स्थल एक अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि है, जिसे 2 फरवरी, 1971 को ईरान के शहर रामसर में हस्ताक्षरित आर्द्रभूमि अभिसमय (रामसर अभिसमय) के तहत नामित किया जाता है।
गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 दिसंबर, 2020 को नई दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब का दौरा किया और गुरु तेग बहादुर को उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
- गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब नई दिल्ली में संसद भवन के पास एक ऐतिहासिक गुरुद्वारा है।
- रकाब गंज साहिब ठीक उसी स्थान पर स्थित है, जहां गुरु तेग बहादुर के बिना सिर वाले शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। यह भाई लखी शाह बंजारा का घर था।
- गुरुद्वारे के वर्तमान भवन का निर्माण 1783 में शाह आलम द्वितीय के शासनकाल के दौरान ‘सरदार बघेल सिंह’ द्वारा किया गया था।
एस्वातिनी के प्रधानमंत्री का निधन
13 दिसंबर, 2020 को अफ्रीकी देश एस्वातिनी के प्रधानमंत्री एम्ब्रोस मांडवुलो डलामिनी का 52 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है।
- एस्वातिनी अफ्रीका महादीप में एक भू-आबद्ध देश (Land- locked country) है। यह उत्तर-पूर्व में मोजाम्बिक द्वारा उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में दक्षिण अफ्रीका से घिरा हुआ है।
- आधिकारिक तौर पर 2018 में अफ्रीका के दक्षिणी भाग में स्थित इस देश का नाम बदलकर एस्वातिनी रखा गया, जो भारत में अपने पूर्व नाम ‘स्वाजीलैंड’ के नाम से अधिक जाना जाता है।
- 2017 में विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार लगभग 1.2 मिलियन की आबादी वाले इस देश के लगभग 40% लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं।
प्यूर्टो रिको
दस वर्षों में तीसरी बार, संयुक्त राज्य अमेरिका के प्यूर्टो रिको क्षेत्र ने राज्य का दर्जा दिए जाने के पक्ष में मतदान किया गया है।
- प्यूर्टो रिको स्पेनिश भाषी द्वीप है, जो अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य से लगभग 1,600 किमी. दक्षिण-पूर्व में कैरिबियन सागर में स्थित है।
- 1493 में क्रिस्टोफर कोलंबस द्वारा खोज किये जाने के बाद से, प्यूर्टो रिको 4 शताब्दियों तक स्पेनिश साम्राज्य का एक हिस्सा था, वर्ष 1898 में संयुक्त राज्य द्वारा इसका आधिपत्य कर लिया गया था।
- वर्ष 1917 में, प्यूर्टो रिको के निवासियों को अमेरिकी नागरिकता प्रदान की गई थी, लेकिन इस द्वीप को कभी भी पूर्ण राज्य नहीं बनाया गया था, और गुआम, उत्तरी मैरियाना द्वीप समूह, अमेरिकी समोआ और यूएस वर्जिन द्वीप समूह सहित एक ‘अमेरिकी क्षेत्र’ (US territory) बना हुआ है।
प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 नवंबर, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
- प्रधानमंत्री ने 220 करोड़ रुपये की लागत वाली 16 योजनाओं का शुभारंभ किया। वाराणसी में 400 करोड़ रुपये लागत की 14 योजनाओं पर काम पहले ही शुरू हो चुका है।
- जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है, उनमें सारनाथ लाइट एंड साउंड शो, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल, रामनगर का उन्नयन, सीवर से संबंधित कार्य, गायों की सुरक्षा और संरक्षण, बुनियादी ढांचा सुविधाएं, बहुउद्देशीय बीज भंडार गृह, 100 मीट्रिक टन के कृषि उपज वेयरहाउस, आईपीडीएस चरण 2, सम्पूर्णानंद स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए आवास परिसर, वाराणसी शहर में स्मार्ट लाइटिंग कार्य के साथ-साथ 105 आंगनवाड़ी केंद्रों और 102 ‘गौ आश्रय केंद्र’ शामिल हैं।
- उन्होंने देशवासियों से स्थानीय उत्पादों की खरीद के लिए 'लोकल फॉर दीवाली’ (local for Diwali) अभियान को बढ़ावा देने का आह्वान भी किया।
न्यू कैलेडोनिया ने फ्रांस से अपनी स्वतंत्रता को किया अस्वीकार
- न्यू कैलेडोनिया के दक्षिण प्रशांत क्षेत्र ने एक जनमत संग्रह के माध्यम से 4 अक्टूबर, 2020 को फ्रांस से अपनी स्वतंत्रता को अस्वीकार करने का निर्णय लिया है।
- अंतिम परिणामों के अनुसार, लगभग 170 वर्षों के पश्चात फ्रांस से पृथक्करण को अस्वीकार करने के पक्ष में 53.26% मतदान हुआ, जो कि दो वर्ष पूर्व हुए जनमत संग्रह के मतदान प्रतिशत (56.7%) से कम था।
- जनमत संग्रह नौमेया समझौते का हिस्सा था, जो 1998 में यूरोपीय उपनिवेशवादियों के वंशजों और ज्यादातर स्वतंत्रता-समर्थक स्वदेशी 'कनक' आबादी के बीच एक घातक संघर्ष को समाप्त करने के लिए किया गया था।
- न्यू कैलेडोनिया, जो ऑस्ट्रेलिया और फिजी के बीच स्थित है, सम्राट नेपोलियन III के शासन में 1853 में एक फ्रांसीसी उपनिवेश बन गया था।
होलोंगी में किया जाएगा एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण
12 अक्टूबर, 2020 को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से 15 किमी. दूर होलोंगी में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा विकसित करेगा, जो नवंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा।
- 650 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ, नया घरेलू हवाई अड्डा, 4,100 वर्ग मीटर क्षेत्र का होगा, जिसकी पीक आवर्स (peak hours) के दौरान 200 यात्रियों की क्षमता है।
- टर्मिनल वर्षा जल संचयन प्रणाली और स्थायी परिदृश्य के साथ प्रावधानित एक ऊर्जा-दक्ष भवन होगा।
- वर्तमान में, अरुणाचल में दो तेजू और पासीघाट छोटे हवाई अड्डे हैं।
अरुणाचल के सुदूर गांव ब्रोकसार्थंग तक पहुंचा नल से जल
- भारत और भूटान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी केमेंग जिले के छोटे से गांव ब्रोकसार्थंग के सभी घरों में जल जीवन अभियान के तहत नल से जलापूर्ति कर दी गई है। यह योजना पाइप्ड ग्रेविटी सिस्टम (piped gravity system) पर आधारित है।
- ब्रोकसार्थंग गांव मध्य समुद्री स्तर (एमएसएल) से लगभग 2,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां ‘ब्रोकपा‘ समुदाय से संबंधित 170 व्यक्तियों की वर्तमान आबादी के साथ 22 परिवार हैं।
- ब्रोकपा याक के पालन पोषण एवं खानाबदोश जीवनशैली के लिए विख्यात हैं। यह गांव जिला मुख्यालय बोमडिला से लगभग 76 किमी. तथा निकटतम शहर दिरांग से 36 किमी. की दूरी पर है।
नेचिपु सुरंग
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 12 अक्टूबर, 2020 को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में बालीपारा-चारुदर-तवांग (बीसीटी) मार्ग पर 'नेचिपु सुरंग' (Nechiphu Tunnel) की आधारशिला रखी।
- 450 मीटर लंबी सुरंग, जो मौजूदा सड़क से उपमार्ग बनाएगी, डी-आकार (D-shaped) की होगी और इसमें 3.5 मीटर चौड़ाई के दो लेन होंगे।
- बीसीटी मार्ग पर एक और 1.8 किमी लंबी सुरंग भी बनाई जा रही है और ये दोनों सुरंग चीन सीमा के पास वाले क्षेत्र तक की दूरी 10 किमी. कम कर देंगे।
भारतीय वायुसेना द्वारा खारडुंगला दर्रे, लेह में स्काईडाइव लैंडिंग
- भारतीय वायु सेना द्वारा 8 अक्टूबर, 2020 को अपनी 88वीं वर्षगांठ के अवसर पर खारदुंगला दर्रा, लेह में अपने पहले के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 17, 982 फीट की ऊंचाई पर अपने एक उच्चतम स्काईडाइव लैंडिंग का एक नया रिकॉर्ड बनाया गया।
- विंग कमांडर गजनाद यादव और वारंट ऑफिसर ए के तिवारी ने सी-130जे विमान से सफल स्काईडाइविंग लैंडिंग किया की।
सोलन जिले में स्वच्छता कैफे का उदघाटन
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 17 सितंबर, 2020 को शिमला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सोलन जिले में नालागढ़ में ‘स्वच्छता कैफे’ का उदघाटन किया।
- स्वच्छता कैफे का संचालन ‘लक्ष्मी और दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह’ द्वारा किया जा रहा है। कैफे का मुख्य आकर्षण मक्का की रोटी, सरसों का साग, मक्खन और लस्सी जैसे पारम्परिक व्यंजन को परोसना है।
- शिमला जिले के कुफरी में भी स्वच्छता पार्क शुरू किया जा रहा है।
कारवेट्टी पक्षी अभयारण्य
सितंबर 2020 में तमिलनाडु में, त्रिची के पास, अरियालुर जिले में लोकप्रिय कारवेट्टी पक्षी अभयारण्य में बड़े पैमाने पर वनीकरण अभियान चलाया जा रहा है।
- अभयारण्य, 453 हेक्टेयर के क्षेत्र के साथ, तमिलनाडु में प्रवासी जल पक्षियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण ताजे पानी के आहार स्थलों (feeding grounds) में से एक है। अभयारण्य में दर्ज पक्षियों की 188 प्रजातियों में से 82 जल पक्षी हैं।
हुबली में रेलवे संग्रहालय राष्ट्र को समर्पित
रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल और कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने 9 अगस्त, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर्नाटक के हुबली में एक रेलवे संग्रहालय को राष्ट्र को समर्पित किया।
- उत्तर कर्नाटक में अपनी तरह के पहले तथा दक्षिण पश्चिम रेलवे में मैसूर के ऐतिहासिक रेल संग्रहालय के बाद यह रेल संग्रहालय दूसरा संग्रहालयहै।
- संग्रहालय में देश और विदेश से आने वाले सैलानी रेल संग्रहालय हुबली में बीते वर्षों की रेलवे की विरासत को करीब से देख सकते हैं।
आनंद में स्थापित ‘भारत की विश्वस्तरीय अत्याधुनिक शहद परीक्षण प्रयोगशाला’
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) के सहयोग से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) द्वारा आनंद, गुजरात में स्थापित ‘भारत की विश्वस्तरीय अत्याधुनिक शहद परीक्षण प्रयोगशाला’ का 24 जुलाई, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शुभारम्भ किया।
- एनडीडीबी ने FSSAI द्वारा निर्धारित मानदंडों पर आधारित इस विश्वस्तरीय प्रयोगशाला की स्थापना की है। इसमें सभी सुविधाएं हैं और परीक्षण विधियां/प्रोटोकॉल विकसित किए गए हैं।
- छोटे किसानों के कृषि-बिजनेस सहायता संघ (एसएफएसी) ने वर्ष 2000 में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड को एक सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया। राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड का पुनर्गठन अध्यक्ष के रूप में सचिव के साथ जून 2006 में किया गया था।
लेह स्थित प्रयोगशाला ‘उच्च उन्नतांश अनुसंधान रक्षा संस्थान’ में कोविड -19 परीक्षण सुविधा
डीआरडीओ ने केंद्र-शासित प्रदेश लद्दाख में कोरोना मामलों की पहचान के उद्देश्य से परीक्षण की दर को बढ़ाने के लिए लेह स्थित प्रयोगशाला ‘उच्च उन्नतांश अनुसंधान रक्षा संस्थान’ (Defence Institute of High Altitude Research- DIHAR) में कोविड -19 परीक्षण सुविधा की स्थापना की है। लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर आर. के.माथुर ने 22 जुलाई, 2020 को इस सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया।
- परीक्षण सुविधा प्रति दिन 50 नमूनों की जांच करने में सक्षम है तथा इसके अलावा यह सुविधा ‘संक्रमित व्यक्तियों पर निगरानी’, ‘भविष्य के जैव-खतरों से निपटने’ और कृषि उपयोग वाले पशुओं की बीमारियों के लिए आर एंड डी गतिविधियों को पूरा करने में भी मदद करेगी।
तुर्की के हागिया सोफिया संग्रहालय को मस्जिद के रूप में खोलने की घोषणा
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ने 10 जुलाई, 2020 को तुर्की की शीर्ष अदालत के फैसले के बाद इस्तांबुल के हागिया सोफिया संग्रहालय को मस्जिद के रूप में खोलने की घोषणा की।
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इसे 1500 वर्ष पूर्व एक परंपरावादी ईसाई गिरजाघर के रूप में निर्मित किया गया था। इसका निर्माण बेजनटाइन साम्राज्य के सम्राट जस्टीनियन प्रथम के काल में 537 ईस्वी में हुआ था।
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1453 ईस्वी में इसे उस्मानियाई शासकों (Ottoman ruler) ने एक मस्जिद में बदल दिया था। वर्ष 1934 में तुर्की गणराज्य के संस्थापक और धर्मनिरपेक्ष शासक कमाल अतातुर्क ने हागिया सोफिया को संग्रहालय में बदल दिया था।
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‘हागिया सोफिया’ को 1985 में ‘इस्तांबुल के ऐतिहासिक क्षेत्र’ के अंतर्गत यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है।
भारत का पहला सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्लाजा दिल्ली में
केंद्रीय ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने 20 जुलाई, 2020 को दिल्ली में भारत के पहले सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग प्लाजा का उद्घाटन किया।
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एनडीएमसी के सहयोग से उर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) ने मध्य दिल्ली में भारत का पहला सार्वजनिक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्लाजा स्थापित किया है। इसमें पांच विभिन्न विशिष्टताओं वाले इलेक्ट्रिक वाहन चार्जर लगाए गए हैं।
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भारत में ई-मोबिलिटी को सर्वव्यापी और सुविधाजनक बनाने के लिए ‘ईवी चार्जिंग प्लाजा’ एक नई पहल है।
मिजोरम में ‘जोरम मेगा फूड पार्क’ का उद्घाटन
खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 20 जुलाई, 2020 को वर्चुअल माध्यम से मिजोरम में ‘जोरम मेगा फूड पार्क’ का उद्घाटन किया, जिसे 75 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
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मिजोरम के कोलासिब जिले के खमरंग गाँव में स्थित 55 एकड़ के फूड पार्क को जोरम मेगा फूड पार्क प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है। यह राज्य में संचालित पहला मेगा फूड पार्क है।
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इससे 25,000 किसानों को लाभ होगा और साथ ही 5,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
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मेगा फूड पार्क योजना के तहत, भारत सरकार 50 करोड़ रुपये प्रति मेगा फूड पार्क परियोजना की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
दिल्ली में फुटवियर प्रशिक्षण केंद्र
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने 16 जुलाई, 2020 को चमड़ा कारीगरों को प्रशिक्षित करने के लिए दिल्ली में अपनी तरह के पहले फुटवियर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया।
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इस केंद्र को एमएसएमई मंत्रालय की इकाई केंद्रीय फुटवियर प्रशिक्षण संस्थान (सीएफटीआई) आगरा के तकनीकी जानकारों के साथ मिलकर स्थापित किया गया है।
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दिल्ली में गांधी दर्शन, राजघाट स्थित ‘फुटवियर प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र’ उच्च गुणवत्ता वाले फुटवियर बनाने के लिए चमड़ा कारीगरों को 2 महीने का एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम मुहैया करायेगा। कारीगरों को 5000 रुपये का टूल किट भी मुहैया कराया जाएगा।