एथेनॉल आधारित अर्थव्यवस्था
- 31 Aug 2021
 
- इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) ने एथेनॉल मिश्रित ईंधन पर विचार-विमर्श करने के लिए अगस्त 2021 में 'एथेनॉल आधारित अर्थव्यवस्था' (Ethanol Economy) पर वेबिनार आयोजित किया।
 - महत्वपूर्ण तथ्य: इस अवसर पर देश में एथेनॉल सम्मिश्रण के वर्तमान परिदृश्य पर जानकारी प्रस्तुत की गई।
 - वर्तमान में एथेनॉल सम्मिश्रण 8.5% है और तेल विपणन कंपनियों तथा विभिन्न राज्य सरकारों के ठोस प्रयासों से वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक 10% एथेनॉल बढ़ाये जाने के लिए तैयार है।
 - अनुमान के अनुसार 2025 तक देश के लिए 1000 करोड़ लीटर एथेनॉल की जरूरत होगी।
 - ई-20 ईंधन से हानिकारक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में 16% की कमी आएगी। हालांकि, इस पर ग्राहकों की स्वीकार्यता और सड़क पर चलने वाले वाहनों के साथ एथेनॉल मिश्रित ईंधन के साथ अनुकूलता के प्रभाव के बारे में चिंता व्यक्त की गई, जो 20% एथेनॉल मिश्रित ईंधन से चलने के लिए विकसित नहीं हैं।
 - ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ने आयात पर निर्भरता घटाने के लिए पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को पांच साल घटाकर 2025 तक किये जाने की घोषणा की थी।
 - आईसीएटी राष्ट्रीय स्वचालित बोर्ड (National Automative Board -NAB) के अधीन है, जो भारी उद्योग मंत्रालय के संरक्षण में एक स्वायत्त निकाय के रूप में कार्य करता है।
 
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