महिला सैन्य पुलिस का पहला बैच भारतीय सेना में शामिल

  • 10 May 2021

बेंगलुरू स्थित सैन्य पुलिस कोर केंद्र और विद्यालय (Corps of Military Police Centre & School- (CMP C &S)) ने 8 मई, 2021 को अपनी सैन्य पुलिस के हिस्से के रूप में 83 महिला सैनिकों के अपने पहले बैच को शामिल किया।

महत्वपूर्ण तथ्य: सरकार ने जनवरी 2019 में सैन्य पुलिस में महिलाओं को शामिल करने की मंजूरी दी थी और 2036 तक (प्रति वर्ष 100 भर्तियों के बैच में) 1700 महिला सैनिकों की भर्ती करने की योजना है।

सैन्य पुलिस कोर: सैन्य पुलिस कोर (CMP) भारतीय सेना की सैन्य पुलिस है। भारतीय सैन्य पुलिस कोर की पहली इकाई को जुलाई 1939 में 'फोर्स 4 प्रोवोस्ट यूनिट' (Force 4 Provost unit) के नाम से स्थापित किया गया था।

  • शुरुआत में ब्रिटिश शासन के तहत, कोर को 'भारतीय सैन्य पुलिस कोर' (CIMP) के रूप में जाना जाता था।
  • भारत की स्वतंत्रता के बाद 18 अक्टूबर, 1947 से इसे 'सैन्य पुलिस कोर' (CMP) के रूप में जाना जाता है। 18 अक्टूबर को सैन्य पुलिस कोर के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।

सैन्य पुलिस के मुख्य कार्य: व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने में सहायता करना; शांति और युद्ध दोनों में रसद, सामग्री और वाहनों की आवाजाही के नियंत्रण में सहायता करना।

  • युद्ध के कैदियों की हिरासत और निगरानी; युद्ध में शरणार्थियों पर नियंत्रण; सेना में मामलों की जांच करना तथा थल सेनाध्यक्ष को नजदीकी सुरक्षा प्रदान करना।

अन्य तथ्य: सैन्य पुलिस कोर केंद्र और विद्यालय, बेंगलुरू सैन्य पुलिस कोर में दाखिल सभी कर्मियों को बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करता है।