धूल नियंत्रण एवं प्रबंधन प्रकोष्ठ

  • 11 Oct 2021

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों के लिए गठित वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा 5 अक्टूबर, 2021 को उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा की राज्य सरकारों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार की सड़कों के स्वामित्व / रखरखाव / निर्माण से जुड़ी सभी एजेंसियों को अपने-अपने राज्यों में धूल नियंत्रण एवं प्रबंधन प्रकोष्ठ स्थापित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य: यह प्रकोष्ठ संबंधित प्राधिकरणों द्वारा सड़कों पर धूल नियंत्रण के उपायों के अनुपालन की नियमित रूप से निगरानी करेगा।

  • इसके अलावा, इस प्रकोष्ठ द्वारा मासिक आधार पर तैयार की गई विस्तृत रिपोर्ट धूल प्रदूषण से और अधिक व्यवस्थित तरीके से निपटने में मदद करेगी।

धूल निगरानी मानक उपाय: इस संदर्भ में, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने 10-बिन्दुओं वाला एक धूल निगरानी मानक उपाय तैयार किया है-

  • रोड स्वीपिंग मशीनों का अधिकतम उपयोग; निर्दिष्ट स्थलों/लैंडफिल में एकत्रित धूल का वैज्ञानिक तरीके से निपटान; धूल हटाने के लिए पानी का छिड़काव; मशीनीकृत सफाई और छिड़काव संबंधी क्षमता संवर्धन; गड्ढा मुक्त सड़कों हेतु उचित प्रबंधन।
  • मशीनीकृत सफाई के अनुकूल सड़कों का निर्माण या मरम्मत कार्य; फुटपाथों को पक्का बनाना या हरित क्षेत्र में बदलना; केन्द्रीय मुहानों को हरा-भरा करना; औद्योगिक क्षेत्रों में बिटुमिनस वाली सड़कों के ऊपर सीमेंट वाली सड़कों का निर्माण; और धूल के जमा होने वाले मुख्य स्थानों की पहचान और नियंत्रित करने वाले उपायों का कार्यान्वयन।