एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम

  • 31 Mar 2022

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे ने 10 मार्च, 2022 को 'एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम' (इनक्यूबेशन, डिजाइन और आईपीआर) [MSME Innovative Scheme (Incubation, Design and IPR)] लॉन्च की।

महत्वपूर्ण तथ्य: एमएसएमई इनोवेशन स्कीम नवाचार गतिविधियों के लिए एक हब के रूप में कार्य करेगी और अच्छे बिजनेस आइडिया को हकीकत में बदलने के लिए मार्गदर्शन भी करेगी। ऐसे आइडिया आगे चलकर समाज को सीधे लाभ प्रदान करेंगे।

  • 'एमएसएमई इनोवेटिव' एक उद्देश्य के साथ 3 उप-घटकों और हस्तक्षेपों को एकीकृत, तालमेल और अभिसरण करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है।
  • इसके तहत उप-योजनाओं का विवरण इस प्रकार है-

इनक्यूबेशन: योजना का प्राथमिक उद्देश्य अप्रयुक्त रचनात्मकता को बढ़ावा देना और समर्थन करना और साथ ही प्रूफ-ऑफ-कॉन्सेप्ट स्तर पर अपने आइडिया की पुष्टि के लिए एमएसएमई में नवीनतम तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा देना भी है।

  • प्रति आइडिया 15 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता और संबंधित संयंत्र और मशीनों के लिए एक करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।

डिजाइन: इस घटक का उद्देश्य भारतीय विनिर्माण क्षेत्र और डिजाइन विशेषज्ञता/डिजाइन बिरादरी को एक साझा मंच पर लाना है।

  • डिजाइन परियोजना के लिए 40 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता और छात्र प्रोजेक्ट के लिए 2.5 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे।
आईपीआर (बौद्धिक संपदा अधिकार): इस योजना का उद्देश्य एमएसएमई के बीच बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और भारतीय अर्थव्यवस्था में रचनात्मक बौद्धिक प्रयास को प्रोत्साहित करने के लिए भारत में आईपी संस्कृति में सुधार करना है।