कवच

  • 31 Mar 2022

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 4 मार्च, 2022 को दक्षिण मध्य रेलवे के सिकंदराबाद मंडल में लिंगमपल्ली-विकाराबाद खंड पर गुल्लागुडा-चिटगिड्डा रेलवे स्टेशनों के बीच 'कवच' कार्य प्रणाली (‘Kavach’ working system) के ट्रायल का निरीक्षण किया।

(Image Source: https://pib.gov.in/)

महत्वपूर्ण तथ्य: कवच भारतीय इंडस्ट्री के सहयोग से अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित 'ट्रेन टक्कर परिहार प्रणाली' (train collision avoidance system) है।

  • कवच का उद्देश्य ट्रेनों को खतरे (लाल) पर सिग्नल पास करने और टक्कर से बचने के लिए सुरक्षा प्रदान करना है।
  • यदि चालक गति सीमा के अनुसार ट्रेन को नियंत्रित करने में विफल रहता है तो यह ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम को स्वचालित रूप से सक्रिय करता है।
  • इसके अलावा, यह ऐसे दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकता है, जिनमें कवच प्रणाली काम कर रही है।
  • यह सम्पूर्ण सुरक्षा स्तर-4 मानकों की एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है।
  • भारतीय रेलवे की ‘कवच’ प्रणाली 10,000 वर्षों में त्रुटि की संभावना के साथ सबसे सस्ती, सम्पूर्ण सुरक्षा स्तर 4 (SIL-4) प्रमाणित प्रौद्योगिकियों में से एक है।
  • आत्मनिर्भर भारत के एक हिस्से के रूप में, सुरक्षा और क्षमता में वृद्धि के लिए 2022-23 में 2,000 किलोमीटर नेटवर्क को कवच के अंतर्गत लाया जाएगा।