तारापुर नरसंहार

  • 07 Mar 2022

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 90 साल पहले बिहार के मुंगेर जिले के तारापुर शहर (अब उपखंड) में पुलिस द्वारा मारे गए 34 स्वतंत्रता सेनानियों की याद में 15 फरवरी को 'शहीद दिवस' के रूप में मनाया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य: 15 फरवरी, 1932 को, युवा स्वतंत्रता सेनानियों के एक समूह ने तारापुर के थाना भवन में एक भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने की योजना बनाई।

  • पुलिस को इस योजना की जानकारी थी और मौके पर कई अधिकारी मौजूद थे। दोपहर 2 बजे के करीब, जब पुलिस ने क्रूर लाठीचार्ज किया, तो उनमें से एक गोपाल सिंह थाना भवन में झंडा फहराने में सफल रहा।
  • 4,000 लोगों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें नागरिक प्रशासन का एक अधिकारी घायल हो गया था।
  • पुलिस ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग कर जवाबी कार्रवाई की। लगभग 75 राउंड फायरिंग के बाद, 34 शव मौके पर मिले, हालांकि इससे भी बड़ी संख्या में मौतों का दावा किया गया था।